सोमवार 21 अप्रैल 2025 - 13:27
क़ुम में इस्लामी राजनीतिक अध्ययन के क्षेत्र में पिछले सौ वर्षों में उल्लेखनीय प्रगति

हौज़ा / हुज्जतुल इस्लाम वल मुस्लिमीन नजफ़ लकज़ाई ने पिछले सौ वर्षों में हौज़ा ए इल्मिया क़ुम में इस्लामी सियासी अध्ययन के क्षेत्र में हुई तरक़्क़ी पर रौशनी डाली।

हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार, हुज्जतुल इस्लाम वल मुस्लिमीन नजफ़ लकज़ाई ने पिछले सौ वर्षों में हौज़ा एल्मिया क़ुम के इस्लामी राजनीतिक अध्ययन विभाग में हुई प्रगति पर प्रकाश डाला है।

उन्होंने बताया कि क़ुम के धार्मिक शिक्षा केंद्र ने मानव संसाधन और विशेषज्ञ शिक्षकों के मामले में एक मूल्यवान भंडार एकत्र कर लिया है जिसे अंजुमन मुतालिया सियासिया इस्लामिया संगठित करती है। इस विषय पर हर साल शैक्षणिक सम्मेलन आयोजित किए जाते हैं ।

हुज्जतुल इस्लाम लकज़ाई ने हौज़ा एल्मिया क़ुम की शताब्दी समारोह के अवसर पर आयोजित एक सम्मेलन में बताया कि पिछली सदी में ईरान में राजनीतिक विचारधाराओं के निर्माण में हौज़ा का महत्वपूर्ण योगदान रहा है।

उन्होंने संवैधानिक आंदोलन के दौरान विद्वानों के लेखन, विशेष रूप से आयतुल्लाह नाईनी की पुस्तक "तनबीह अलउम्मा व तन्ज़ीह अलमिल्ला" और इमाम ख़ुमैनी के विलायत-ए-फकीह के सिद्धांत को इसका स्पष्ट उदाहरण बताया ।

उन्होंने कहा कि इस्लामी राजनीतिक विज्ञान की नींव कुरान, पैगंबर की सुन्नत और हज़रत अली के भाषणों पर आधारित है इस्लामी क्रांति के बाद क़ुम के हौज़ा एल्मिया में राजनीतिक न्यायशास्त्र, राजनीतिक दर्शन, राजनीतिक व्याख्या और अन्य क्षेत्रों में उल्लेखनीय प्रगति हुई है ।

वर्तमान में क़ुम में दस से अधिक शैक्षणिक पत्रिकाएं इस्लामी राजनीति पर शोध कर रही हैं, जबकि कई शोध संस्थान भी सक्रिय हैं। हौज़ा एल्मिया क़ुम की शताब्दी सम्मेलन में राजनीतिक विज्ञान के विकास पर सत्रह शोध पत्र प्रस्तुत किए गए थे जो जल्द ही प्रकाशित होंगे ।

उन्होंने आशा व्यक्त की कि हौज़ा ए एल्मिया के शोध भविष्य में इस्लामी शासन प्रणाली में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे उन्होंने कहा कि इस्लामी राजनीति के क्षेत्र में हौज़ा एल्मिया क़ुम के प्रयास न केवल ईरान बल्कि पूरी दुनिया के लिए फायदेमंद साबित होंगे ।

क़ुम में 300 से अधिक शैक्षणिक और शोध केंद्र सक्रिय हैं जो एक विशाल शैक्षणिक और शोध समुदाय से जुड़े हैं, जिसमें छात्र, शोधकर्ता और शिक्षक शामिल हैं। क़ुम न केवल ईरान बल्कि दुनिया भर में इस्लामी विज्ञान के प्रमुख केंद्र के रूप में प्रसिद्ध है और यह शहर दुनिया भर के एक हजार से अधिक शैक्षणिक और धार्मिक केंद्रों के साथ निरंतर संवाद में है ।

क़ुम शहर को ईरान का धार्मिक राजधानी और ईरान का सांस्कृतिक केंद्र के रूप में जाना जाता है यह शहर शिया मुसलमानों के लिए नजफ़ अशरफ़, इराक के बाद सबसे महत्वपूर्ण बौद्धिक केंद्र माना जाता है । क़ुम की 99.76% आबादी शिया इस्ना अशरी है और यहाँ दुनिया भर से छात्र धार्मिक शिक्षा प्राप्त करने आते हैं।

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